tag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post1573810738077300948..comments2023-05-24T02:51:05.542-07:00Comments on मगह देस: मेरे गाँव की नयी सड़क और पैदल यात्रा का रोमांसKaushal Kishore , Kharbhaia , Patna : कौशल किशोर ; खरभैया , तोप , पटनाhttp://www.blogger.com/profile/07416678636893602698noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-28413371323615600452011-01-09T10:06:11.310-08:002011-01-09T10:06:11.310-08:00नमस्ते.. बहुत दिन बाद कुछ बढ़िया पढने को मिला है.....नमस्ते.. बहुत दिन बाद कुछ बढ़िया पढने को मिला है.. मैं हमेशा आप का ब्लॉग्स पढता हूँ.. काफी बढ़िया लिखते हैं आप.. फतुहा - इस्लामपुर छोटी लाइन के इतिहास के बारे में जानकार अच्छा लगा.. उम्मीद है आगे भी ऐसी रोचक चीजें पढने को मिलती रहेंगी.. बहुत बहुत धन्यवाद.. !!Manish Shankarhttps://www.blogger.com/profile/01498740681827677494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-14795430510255675422010-06-20T16:10:43.187-07:002010-06-20T16:10:43.187-07:00नमस्कार ! आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.चकित कर देह...नमस्कार ! आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.चकित कर देहलीन्ही ,कभियो हम्मर दुआरिया भी आये के चाहि.<br />जय मगध राज जय मगहीशेरघाटीhttps://www.blogger.com/profile/12003123660549394986noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-864807226030380722010-05-09T10:38:11.677-07:002010-05-09T10:38:11.677-07:00कौशल जी मै अपकी भावना का कद्र करता हूं, लेकिन परेश...कौशल जी मै अपकी भावना का कद्र करता हूं, लेकिन परेशानी यह हैं कि फोटो हटाने के प्रयास में ब्लांक का बाकी हिस्सा भी मुख्य पेज से हट जाता हैं।दो तीन मित्रो से सलाह लिया लेकिन ऐसा नही हो पा रहा हैं।कृप्या आपसे आग्रह का हैं ब्लांक पर अंकित फोटो को हटाने का तरीके मुझे लिख भेजेगे।आप की भवनाओ पर ठेस पहुचा इसके लिए मैं शर्मिदा हूं।निरुपमा प्रकरण के बाद आपसे बात करुगा। वैसे मुख्यमंत्री के ब्लांग पर आपने अपने गांव में हो रहे विकास कार्य के बारे में जो लिखा हैं उसके बारे में, मैं पटना डीएम से बात किया हूं वैसे इस प्रकरण के बाद आपसे मिलने का भी प्रयास करुगा।संतोष कुमार सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08520071837262802048noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-77011025213366947212010-04-21T01:49:48.414-07:002010-04-21T01:49:48.414-07:00बहुत सुन्दर लेख ! विशेष रूप से फतुहा-इस्लामपुर रे...बहुत सुन्दर लेख ! विशेष रूप से फतुहा-इस्लामपुर रेलवे का इतिहास सूचनापूर्ण और रोचक है ।<br /><br />सुझावः आप लेख तो अच्छा प्रस्तुत करते हैं परन्तु इसके लिए आपके द्वारा प्रयुक्त साधन ठीक नहीं है । जब तक आप हिन्दी को सीधे देवनागरी में टाइप न करके उसे रोमन में लिखकर फिर देवनागरी में लिप्यन्तरित करने की आसान विधि अपनाएँगे तब तक "सिन्गरिअवन", "सिन्गरिआमा", "खान्ढ़" जैसे हास्यास्पद शब्द आप अपने लेख में घुसाते रहेंगे ।नारायण प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/15182186669695068747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-58152060000314733552010-04-02T18:23:18.605-07:002010-04-02T18:23:18.605-07:00बहुत बढ़िया!
जानकारी के लिए धन्यवाद!बहुत बढ़िया!<br />जानकारी के लिए धन्यवाद!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-28527571474293367242010-04-02T17:32:20.535-07:002010-04-02T17:32:20.535-07:00मैं भी इसी चक्कर में पढ़ता चला गया...रोमांस शायद आ...मैं भी इसी चक्कर में पढ़ता चला गया...रोमांस शायद आप रोमांच को लिख गये. कई बार इन दोनों शब्दों में तो लोग जीवन भर कन्फ्यूज रहते हैं. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-887656180869693741.post-71942441544597063492010-04-02T12:17:30.746-07:002010-04-02T12:17:30.746-07:00आपकी पोस्ट पढ़ कर रोमांच तो खूब आया मजा भी आया मगर...आपकी पोस्ट पढ़ कर रोमांच तो खूब आया मजा भी आया मगर रोमांस का कही दूर दूर तक पता नहीं मिला <br /><br />पोस्ट की हेडिंग पढ़ें :):):)वीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.com